ऑटो पायलट मोड से बीइंग माइंड फुल तक
ऑटो पायलट मोड से, बीइंग माईंडफुल होने का रूपांतरण। गुरमीत सिंह आज अधिकांश वाहन निर्माता उनके वाहनों के उत्पादन में ऑटो पायलट मोड तकनीक का प्रयोग करने को प्रोत्साहन दे रहे हैं।अब ड्राइवर आरामतलब बनाए जा रहे हैं,वाहन स्वयमेव ही अपना रास्ता खोज कर भीड़ भाड़ वाले स्थानों से गुजर कर मंजिल तक निर्धारित समय पर गति संधारित करते हुए पहुंच जाएंगे।चालकों के पास ज्यादा कार्य नहीं बचा,कुछ वाहन तो चालक विहीन रहेंगे।गाड़ी में लगे उन्नत सेंसर चालन का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व निभाएंगे। हम लोगों में से अधिकांश लोग,पूर्व से ही स्वचालित मोड पर दैनिक क्रिया कलाप कर रहे हैं।निवास से कार्य स्थल पर आने जाने,तथा कार्य स्थल पर बहुत से कार्य अवचेतन मन खुद ही करता रहता है।चेतन मन अर्थात ड्राइवर कहीं और खोया रहता है।कार्यस्थल अथवा बाजार से कब गंतव्य पर पहुंच गए पता ही नहीं चला। सफर में आने वाले विहंगम प्राकृतिक मनमोहक दृश्य यूं ही छूटते चले गए।चेतन मन कहीं किसी से चैटिंग में लगा रहा।जिंदगी ऐसे ही गुजरती जा रही है, ऑटो पायलट मोड पर। सुबह से रात हो जाती है,वर्षों गुजर जाते हैं,शहर के र...